शब्दों

गीत

बस तुम्हें ही सोच कर चंद पंक्ति गुनगुना लेता हूं शायद मेरी जज्बात तुम्हारे कानों तक शब्दों…

ज़्यादा पोस्ट लोड करें
कोई परिणाम नहीं मिला