कल्पना
न तेरे साथ जाऊंगा न उसके साथ जाऊंगा मैं तो सिर्फ अपनी कल्पना के साथ रहूंगा।। न मनाना पड़ता…
न तेरे साथ जाऊंगा न उसके साथ जाऊंगा मैं तो सिर्फ अपनी कल्पना के साथ रहूंगा।। न मनाना पड़ता…
Exploration starts When you start Situation changes When you change... Every visio…
Permanence is myth Time keep on changing We like or dislike Little it bother It takes it…
तलाश में खुद की थोड़ी दूर चले हम कोलकाता से दिल्ली वाया धनबाद, मुग़लसराय की ओर बढ़ चले हम।। …
रात का मुसाफिर हूं दूर तलक जाऊंगा मत छेड़ ए वक्त मुझे वरना रौद्र रूप दिखलाऊंगा।। भटका रा…
मुसाफ़िर मैं भी हूं मुसाफ़िर तुम भी हो तुम किलोमीटर में रात काटते हो मैं करवटों में रात काटत…
अंधेरे का सिपाही हूं रातों में बेखौफ घूमता हूं जब मिलता है कोई हमसफ़र दुआ-सलाम करता हूं।। …
रात का नशा उतरा भी न था की दिन कि उजालों ने जगा दिया।। अभी चलना भी न सीखा था ठीक से की वक…
बढ़ चला था आगे परवाह किये बिना चढ़ाई इतनी होगी पता न था ।। मंजर ऐसा होगा जनता न था सामने …
तुम इस तरह चल कर पटरी पर आती हो मैं बेपटरी सा हुआ जाता हूं।। तुझसे मिलने की चाहत में बिन…
अपने फ़ोटो का सब हीरो होता है जैसे अपनी गली का गब्बर होना।। मुश्किल है नए जगह पर नए लोगों …
चुनौती है लिखना पिछला ध्वस्त करना नए को रचना ।। शब्द-साधना कर आस-पास फैले बिम्बों का रूपा…
सपना लिए आंखों में नींद के रास्ते तुझ तक पहुंच जाता हूं ।। तुझे क्या पता पूरी रात सपने …
चाहता हूं यार तुमको पटरियों पर फैला है प्यार अपना लाल सिग्नल में प्यार ग्रीन सिग्नल में तक़रा…
माल गाड़ी सी जिंदगी अपनी खाली-पीली दौड़े जाती है न सवारी का पता न कोई ठिकाना बस बढ़ते जाता है…
इज़हार ही तो किया था थोड़ी न घर पर तेरे बारात ले कर आया था सस्ते में चलता कर दी।। क्या हो…
दो महा के बीच अधर में जिंदगी अपनी एक महा में बैठा हूं एक का कोई आता-पता नहीं एक नगरों में …
वो मुझे देखती हैं मैं उन्हें देखता हूं नज़र से नज़र टकराती है।। कान के पीछे जुल्फों को वो…
सफर करो तो कितने चेहरे याद आते है पर सब से अलग बगल वाली का चेहरा है ।। क्यों की सब भूत मे…