सपना लिए आंखों में
नींद के रास्ते
तुझ तक पहुंच जाता हूं ।।
तुझे क्या पता
पूरी रात सपने में
तुम्हारे साथ ही होता हूं ।।
जागती आंखों से भी
मैं तुम्हारे सपने
देखा करता हूं ।।
युवा हूं सपने साकार
करने का भी हौसला
रखता हूं ।।
तू चाहे ना चाहे
रोज तेरे ही सपने
आंखों में सजाया करता हूं ।।
@अजय कुमार सिंह