आंदोलन
कभी-कभी लगता है मेरे अंदर ही संसद है मैं ही सत्ता हूं मैं ही विपक्ष हूं।। हं…
तुम में और मुझ में बस इतना फर्क है मैं आम होता गया तुम खास होते गए।। समय ने बहुत सितम किया तुम्ह…
क्रांति अभी बाकी है इतिहास अभी बाकी है हे देश के विभाजक संग्राम अभी बाकी है।। क्रांति के …
बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जन, गण, मन के अधिष्ठाता संविधान निर्माता आधुनिक भारत के जन्मदाता।।…
अजीब कशमकश दिल में मचा है मैं दिल्ली या मुझमें दिल्ली बसा है।। परिवर्तन का साक्षी हूं य…
सत्ता की भाषा बोलना आसान है मुश्किल है विपक्ष में खड़ा होना।। भीड़ का हिस्सा सब होते हैं कठिन…
हे मनुष्य साधारण नहीं है तू जब संघर्ष सामने हो तो मिसाल पैदा कर।। जब सामने अभाव हो तो भाव पैदा क…
शख्सियत अपनी किसी से कम नहीं पर समय और परिस्थितियों ने मुझे बांध रखा है पर हम कहां मानने वाले।। …
मीडिया की दिल्ली वास्तविक दिल्ली में कोसों का अंतर है।। मीडिया की दिल्ली बीमार दिल्ली है वास्तवि…