रहस्य

आवारा

एक तुम्हारे लिए ही   सारे जिद्द छोड़ आया हूँ   देख मेरी नज़रों में झाँककर   सारे ब…

मसीहा

कितना मुश्किल है   रहीसी को बनाये रखना  वही शक्ल सूरत  वही कद काठी  खून का रंग भी व…

एहसास

कल तक जो सपने  थे आंखों में आज हकीकत लगते हैं दूर था मंजिल जो  आज करीब लगता है।।   ब…

जंजीरा

तेरी तलाश में दर-ब-दर हूं एक एहसास की खातिर बेघर हूं।। खुद से रूठा अपनों से अनजान हूं तेरा दीदार…

ध्यान

कुछ सोचने के बाद  कुछ बोलने से पहले   अचानक ठिठक जाता हूं  भावार्थ निकालने की कोश…

मृत्यु रहस्य

मृत्यु क्या है  भाषण बहुत सुना है कोई कहता है  विचारों का मरना ही मृत्यु है।।  कहीं पढ़ा …

धुंआ

धुआं-धुआं है जिंदगी पल-पल में आकर लेते रहती है जितना दिशा देना चाहो दिशा बदलते रहती है।।  स…

अमरकंटक-1

रात और जंगल के बीच का सफर अजीब सी सिरहन है सामने जंगल की विशालता भय का आवरण है।। ट्रै…

रचना

चुनौती है लिखना पिछला ध्वस्त करना नए को रचना ।। शब्द-साधना कर आस-पास फैले बिम्बों का रूपा…

मालगाड़ी

माल गाड़ी सी जिंदगी अपनी खाली-पीली दौड़े जाती है न सवारी का पता न कोई ठिकाना बस बढ़ते जाता है…

पटना

पटना हो या कोलकाता रात कहां होती है हम भले ही सो जाए सड़के कहां सोती हैं।। रात के निशाचर…

नमस्कार वर्धा

दहक रही हैं आँखें तरस रहे हैं हम पता नहीं पटना से वर्धा के बीच क्या छोड़ आये हैं हम।। …

वर्धा की बारिश

सोचता हूं बदल दूं सामने का नजारा सोचता हूं बदल दूं  जीव और जगत सारा ।। साथ में यह भी सो…

वर्धा की बारिश- 3

कहीं दूर जाने का मन करता है जहां न कोई हो  सिर्फ तन्हाई का बसेरा हो।। वक्त की पाबंदी ना…

वर्धा की बारिश-4

बारिश की रात तन्हाई का शोर बूंदों का चटकना  मन का भटकना।।  सुबह से ही बरस रहे हैं बादल …

1:50 am मंगलवार

क्या कहूं और क्या सुनू सब माया लगता है इधर से देखता हूं तो  कुछ और लगता है उधर से देखता हू…

बस भी कर

यह कैसा सत्य है जो बदलता नहीं कहां है वक़्त ठहरा जो पिघलता नहीं।। जो लकीरें खींची है रि…

दोस्ती

न भाव मिला न भगवान मिला दोनों की तलाश में दर-ब-दर हो गए।। कौन दोस्त है कौन दुश्मन समझना…

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