दर्द
जब - जब तुम सामने होती हो मैं होश में क्यों नहीं रहता कितना कुछ है बताने को फ…
दर्द में डूबे हम कराहते रहे आपको अगर नहीं पता तो हम क्या करें ।। दर्द इतना होगा पता नहीं …
ना दुआ, ना सलाम ना शाम-ए-अवध की नज़ाकत ना सुबह-ए-बनारस की हयात ना ही तहज़ीब लखनवी ना ही रवाब…
ग़म में तेरे क्या न किया कभी खाया रसगुल्ला कभी चाय पिया।। पांच किलोमीटर दौड़ा कई किताबें…
जो खींच दी है लकीर हमारे दिल में उसे कौन रंग भर पाएगा ।। शब्दों में अगर कहूं तो मेरी तन्…
कहाँ बैठी हो बनकर आओ पास मेरे एक बार तेरी झील सी आँखों में डुबकी लगा लूं ज़रा तेरी हँसी…
रूठी हो अच्छा है रातों का जगना मोबाइल को तकना खुद मैं रहना औरों से कटना बिना वजह हँसना मन का…
तेरी तलाश में बहुत दूर निकल आये हम तुझसे न मिलने की कसक छोड़ आये हम।। राहें और भी हैं मं…
ओ वक्त रुक जरा थोड़ा मूड बना अकेलेपन में कोई रोमांटिक धुन मिला।। कुछ नहीं त…
सुबह से शाम शाम से सुबह एक तू है और तेरा ऐतराम है।। पास नहीं तो क्या हुआ हँसने और गमज़दा …
एक तुम हो जो मुझे मेरे बीते हुए समय के बोझ से काटते हो ।। खुद से अलग करते हो चेतन से अव…
महानगरों में लोग तुरंत सब कुछ पाना चाहते हैं तुरंत में सब कुछ होना चाहते हैं।। ऐसा भी कहीं …
मुद्दत बीत गया दिल से हंसे ठीक से याद नहीं पिछली बार कब खुलकर हंसा था।। कौन सी ताकत ह…
जो घिरा हुआ है रण में वह क्या दूसरों को घेरेगा जो योद्धा छोड़ चुका है युद्ध वह रणभूमि में …
ए दर्द बता तू आया कहां से कल तक तो नहीं था आज इधर किधर से।। जिसे खोजता फिरता है उसक…
तुम मारता कम घसीटता ज्यादा है दर्द ज्यादा देता है मरहम कम लगाता है।। कैसी है तेरी म…
जिंदगी तेरी अनिश्चितता से भरी है तू दायें जाना चाहता है जिंदगी तुझे बायें ले जाती है।। …
यार कुछ कर इस दिल का इलाज कर जा कर खोज उसे जिसने मुझे उम्मीदों का गुलशन थमाया है।। या फिर…
नियम से बंधे तुम नियम से बंधे हम वाह क्या अद्भुत नजारा है एक दूसरे के सामने खड़े हैं पता नहीं वक…
जानने वालों ने इतना जुल्म किया कि सब से बेगाना हुए हम सबका साथ सबका विकास छोड़।। अपना साथ अपना …