सत्ता की भाषाबोलना आसान हैमुश्किल है विपक्ष मेंखड़ा होना।।
भीड़ का हिस्सा
सब होते हैं
कठिन है अकेले
तन खड़ा होना।।
बहती धारा में
आसान है तैरना
चुनौती है विपरीत
धारा के बीच रास्ता बनाना।।
जब विपक्ष मौन हो
मुद्दा गौण हो
ऐसे में प्रशंसनीय है
छात्रों का रोड पर आना।।
@अजय कुमार सिंह