यहाँ अधिष्ठित हैं
आचार्यों के आचार्य
सिखाता करना मुखर संचार
यह विभाग है जनसंचार।।
कैसे होता वार्तालाप में शिष्टाचार
बताता शब्द-दृश्य कैसे
बनते हैं हथियार
यह विभाग है जनसंचार।।
पढ़ते यहाँ देश के कर्णधार
विद्यार्थी, शोधार्थी और गुरूजन
का मित्रवत व्यवहार
यह विभाग है जनसंचार।।
मुद्दों के आधार पर
यहां होती है तकरार
साप्ताहिक चर्चा का आधार
यह विभाग है जनसंचार।।
@ अजय कुमार सिंह