हे गुरुवर
क्या लगता है आपको?
एक तो मैं बिहारी
दूसरे मगध क्षेत्र का रहने वाला
तीसरा नाम से भी अजेय
हार से डरूँगा??
बस यह आप से पूछना चाहता हूं
अगली हार की
पटकथा लिखी आपने?
योद्धा हूं गिर कर भी
उठ खड़ा होऊंगा।।
जितने कसौटी
आपने कसे हैं जीवन के
हर कसौटी पर
धुआंधार घनघोर होकर
अफलातून लडूंगा।।
हार और जीत
आप तय करना
मैं तो सिर्फ और सिर्फ लडूंगा
न उम्मीद की जरूरत मुझे
न भरोसे का लॉलीपॉप चाहिए।।
कमज़ोर नहीं मैं
कायर नहीं हूं
जो शब्द और भाव का सहारा लूं
मेरे तरफ से गुरुवार मेरे प्रतिद्वंदी
को यह हथियार प्रदान करना।।
वचन देता हूं तुमको
युद्ध में भी
न्याय भरपूर करूँगा
पर तुम्हारे सारे प्रतिमान को
एक-एक करके जरूर तोडूंगा।।।
@अजय कुमार सिंह