गुलाब नगर-7

 

गम मिलता है ज्यादा
खुशी मिलती है थोड़ी
इनसे लड़ना मैंने सीख लिया
खुशी समेटना सीख लिया।।
वक्त सबसे बड़ा शिक्षक है
वक्त ही बिगाड़ता है
वक्त ही सुधारता है
वक्त से यह हुनर सीख लिया
खुशी समेटना सीख लिया।।
बहुत मायने हैं शब्दों के
मौन में रहकर
इनका प्रयोग मैंने सीख लिया
खुशी समेटना सीख लिया।।
गम जो मुझे मिले
मुस्कुरा देता हूं उसी से
खुशी का पता पूछ लेता हूं
गम को बदलना सीख लिया
खुशी समेटना सीख लिया।।
नाराज कोई हो तो
क्या करूं
अपनी नाराजगी को
छुपाना सीख लिया
खुशी समेटना सीख लिया।।
।।अजय।।

ajaysingh

cool,calm,good listner,a thinker,a analyst,predictor, orator.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने