अज्ञानता


बांस, बरगद, यूक्लिप्टस
खेर, खजूर, अमरूद, आम
के फैले पेड़ कहां से यहां आये
कोई बताएगा क्या ।।
बात-बात में श्रेय लेने वाले महामहिम
इस सुंदरता का रहस्य शायद
ही कोई मानव खोज पायेगा।।
महाकाल, महायोगी, महा...महा...
चाहे जितनी संख्या कर लो
जिनके बारे में सोच रहे हो
बोल रहे हो, लिख रहे हो
बना कोई शब्द, तस्वीर, भाव,
समझ, परिभाषा, अभिव्यक्ति
जो उनके वजूद को बांध पायेगा ।।
हे मानव तेरी अज्ञानता ही
तेरी ताकत है बस इसको
मन से स्वीकार कर
जिस समय ऐसा हुआ
उसी समय तेरा उद्धार हो जाएगा।।
व्यर्थ है यह तर्क-वितर्क
ज्ञान का मटका सर पर
लाद कहां तक जाएगा
आम आदमी की भाषा बोल
खुद भी खुश रहेगा
औरों को भी हंसाएगा।।
@ अजय कुमार सिंह

ajaysingh

cool,calm,good listner,a thinker,a analyst,predictor, orator.

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