महत्वकांक्षा की ऐसी की तैसी


 

नई चुनौतियों को चूना लगाते हैं 

बहुत हुआ महत्वकांक्षा वाली बात 

आज कोने में खटिया डाल 

सारे काम को कल पर छोड़ 

सो जाते हैं।। 


सफलता-असफलता सब माया है 

जिससे सुनो उसकी अलग ही परिभाषा 

किसी ने कुछ बताया 

किसी ने कुछ।। 


इसलिए तो ही कहता हूँ 

दुनिया की मत सुनो 

बस अपनी मन की करो 

सब चिंता छोड़ 

कोने में खटिया डाल 

चादर तान सो जाओ।।

 

एक बार जब नींद आएगी

फिर देखो क्या अफ़लातून होता है 

सारे लक्ष्य, सारी महत्वकांक्षा 

सपने में सच हो जाएगी।।

 

क्या करना है पैसे कमाकर 

जब ख़र्च करने का भी तनाव लेना होता है 

कोई बताएगा कि क्या 

की पढ़-लिख कर क्या होता है

मैंने देखा है कईयों को 

पढ़-लिख कर गधा बन जाता

बन जाता है।।

 

अब बोलो ठिक कहा मैंने 

लाओ खटिया 

महत्वकांक्षा गई तेल लेने 

लक्ष्य गया भैंसे चराने

मुझे अब चैन से सो जाने दो।। 


देखो ध्यान यह रखना 

मेरे उठने के बाद कोई चाचा 

प्रवचन दें 

मुझसे यह ना बोले कि 

बच्चा कुछ काम करो 

अपनी आराम हराम करो।। 


वरना मैं फिर बोलूँगा 

नए चुनौतियों को चूना लगाते हैं 

बहुत्व महत्वकांक्षा वाली बात 

आज कोने में खटिया डाल 

सारे काम को कल पर छोड़ 

सो जाते हैं।। 

@अजय

ajaysingh

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