हे भारत भाग्य विधाता
के मतदाता, मन और मस्तिष्क
से मतदान करना ।।
पांच साल का लेखा-जोखा
याद करना, समय तुम्हारा है
खुद के साथ इंसाफ करना ।।
धनबल-बाहुबल के जोर
आजमाइश से मत घबराना
अपने आत्मबल पर विश्वास रखना।।
अगर जो कोई भड़काने की
कोशिश करें, हाथ जोड़
दुआ-सलाम करना।।
वोट देते वक्त और न कोई
सिर्फ तुम अकेले होगे
बस यह याद रखना ।।
तुम्हारी एक वोट से
बनेगी मुल्क सारी
सोच-समझ कर मतदान करना।।
@ अजय कुमार सिंह