ओ एकलव्य
आज फिर आया हूं
तुझसे संवाद को
नये शब्द लाया हूं।।
आज फिर आया हूं
तुझसे संवाद को
नये शब्द लाया हूं।।
तू महाभारत का पात्र
आपुन वर्तमान का नायक
तीर-धनुष तेरे हथियार
कलम से आपुन करता प्रहार।।
आपुन वर्तमान का नायक
तीर-धनुष तेरे हथियार
कलम से आपुन करता प्रहार।।
भूत ने नहीं दिया तेरा साथ
आपुन वर्तमान से नाराज
तू है बड़ा योद्धा
आपुन ने भी कम युद्ध नहीं लड़ा।।
आपुन वर्तमान से नाराज
तू है बड़ा योद्धा
आपुन ने भी कम युद्ध नहीं लड़ा।।
चल आगे की बात
कल करते हैं
कुछ नए परते
उधेड़ते हैं।।
कल करते हैं
कुछ नए परते
उधेड़ते हैं।।
-अजय कुमार सिंह
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