चाय-3

गुणात्मक मात्रात्मक
अंतर्वस्तु विश्लेषण
साहित्य पूर्वालोकन
केस-स्टडी इंटरव्यू
क्वेश्चन अनुसूची
यह सब क्या है ।।
जी शोध के तरीकें
जो दिमाग को शोध देते हैं
और शरीर को तोड़ देते हैं
अगर जो समय पर चाय
न मिले तो शोधार्थी का गला
घोट देते हैं।।
इस तरह चाय
मोक्ष-दाता दुःखहर्ता
प्राण-रक्षक कष्ट-निवारक है
हर काम प्रभु का करता है
चाय ईश्वर है
चाय पथ-प्रदर्शक है।।
चौराहें का चाय
सिम्पलीसिटी का प्रतीक
तो प्लेन का चाय
स्टेट्स सिंबल बन जाती है
चायपत्ती चीनी दूध को असेम्बल
करो तो चाय बन जाती है।।
कंटेंट-एनालिसिस ऑब्जर्वेशन
और कॉम्परिजन से मैंने यह
शोध निष्कर्ष पाया है
सुबह में चाय न मिले तो
जीवन और जगत सब दिखता
माया है।।
बाकी आगे क्या कहूं
सब प्रभु की लीला है
पूर्वोत्तर भारत की मीडिया
पर अपना शोध है
चाय पर भरोसा है
प्री-सबमिशन हो पाया है।।
-अजय कुमार सिंह

ajaysingh

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