मुख्यपृष्ठजीवन GPH Mess byajaysingh -जनवरी 02, 2020 0 मेस में डटे पड़ेकुछ यहाँ पड़ेकुछ वहाँ पड़े।। लाइन में है सब खड़ेशोधार्थी-विद्यार्थीयहाँ के शालीन बड़े।। कुछ नहीं तो कईमित्र मोबाइल परही है टूटे पड़े ।। भूख ही सत्यभूख ही ईश्वरभूख से बड़ा नहींकोई मज़हब ।।@ अजय कुमार सिंह Tags जीवन लक्ष्य Facebook Twitter