सुबह


रोज़ आता हूं
नई उम्मीद लेकर
नए सपने सज़ाकर
अपेक्षाओं की
फेरिश्त लेकर
आशाओं से लेस
नई ऊर्जा लेकर
कुछ नए करने
कुछ नया होने
की गुंजाइश लेकर
जानते हो
कौन हूं मैं
कुछ और नहीं
बस सुबह हूं मैं।।।
@अजय कुमार सिंह

ajaysingh

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