मुख्यपृष्ठगुंजाइश सुबह byajaysingh -मार्च 07, 2020 0 रोज़ आता हूंनई उम्मीद लेकरनए सपने सज़ाकरअपेक्षाओं कीफेरिश्त लेकरआशाओं से लेसनई ऊर्जा लेकरकुछ नए करनेकुछ नया होनेकी गुंजाइश लेकरजानते होकौन हूं मैंकुछ और नहींबस सुबह हूं मैं।।।@अजय कुमार सिंह Tags गुंजाइश फेरिश्त सज़ाकर सुबह Facebook Twitter