काया


जलमग्न है वातावरण सारा
हर जगह पानी-पानी है
पेड़ पर पानी, पत्तों पर पानी
रोड पर पानी
मन भी पानी-पानी है।।
मेघों ने जल बरसाया है
तपती धरती का प्यास बुझाया है
मौसम ने ली अंगड़ाई है
गजब की घटा आसमान में छाई है।।
झमाझम बारिश चारों तरफ
हरियाली की पराकाष्ठा है
भीगा कौवा कांव-कांव करता
बछड़ा भी रंभाता है
जल से ही जीवन है
वरना जगत सुखा है।।
दुनिया की प्यास बुझाता बारिश
मन का प्यास जगाता है
रोड पर खड़ा होकर
उस सुंदर काया के साथ
भीगने का जी करता है।।
@अजय कुमार सिंह

ajaysingh

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