भगवान नहीं मैं



इतनी भी सुंदर छवि
ना बना मेरी
भगवान नहीं मैं
तेरी तरह ही इंसान हूं मैं।।









गुस्सा आता है मुझे
झूठ बोलता जनता हूं मैं
परिस्थिति भाप
वाक्य बदल लेता हूं।।





क्या नहीं करना जानता हूं मैं
जो सब कर लेते हैं
इसलिए ही तो कहता हूं
भगवान नहीं हूं मैं।।





जो बड़े-बड़े प्रवचन देता है
रोज आदर्श की बातें बताता है
वही जाने ऐसा क्यों करता है
पर याद रख ऐसा नहीं हूं मैं 
क्योंकि भगवान नहीं हूं मैं ।।
        @अजय कुमार सिंह






ajaysingh

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