तेरी ही बातें
करते रहे
हम चार दोस्त
सारी रात।।
जलवा तेरा
अभी भी कायम है
हमारे बीच
लाख जलजला
आने के बाद।।
अपनी इजहार ए मोहब्बत
के जवाब का आज भी
बेचैनी से इंतजार है
सालों बीत जाने के बाद।।
ज़ख्म गहरा है
शायद ताउम्र ना भरे
यादें ताजा हो जाती है
जब चार दोस्त मिलते हैं
अरसा बीत जाने के बाद
@अजय कुमार सिंह