चाय

एक कप चाय
पांच किलोमीटर
और एक घंटा 
गोरख पांडे से
महमूद की दुकान तक ।।
क्या तिलिस्म है
इस चाय में
जो खींच लेती है
ना पियो फिर भी
सोच कर मजा देती है ।।
चाय पीने के बाद
दुनिया बदल जाती है
वापस रूम आओ तो
बोरिंग किताबें भी
महबूबा नजर आती है ।।
बेजान शरीर में
चाय प्राण समान होता है
अंदर जाते ही
एक कप चाय चार हॉर्स पावर
का ताकत देता है ।।
चाय की महिमा अपरंपार
ऐसा अपुन बोलता है
जो पिया वही जिया
जो नहीं पिया
वह क्या जिया।।
कॉलेज स्ट्रीट (कोलकाता)की चाय
अभी बाकी है😊
देखते है चाय की तलब
आगे किस चौराहे की ओर
ले जाता है।।
- अजय कुमार सिंह

ajaysingh

cool,calm,good listner,a thinker,a analyst,predictor, orator.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने