अच्छा नहीं किया आपने
जो आदत लगा दी अपनी
आपके सानिध्य में रहना
बहुत अच्छा लगता है
हर पल जीवन का मानो
सपने जैसा कटता है।।
आप नहीं होते है फिर भी
आपकी यादें साथ होती है
जब आप सामने होते है
तो दूरी की डर सताती है
बहुत बात अभी बाकी है
यह रात अभी बाकी है।।
आपकी लत जो लगी मुझे
कहीं चैन से जीने नहीं देती
नशा सी है आपकी अदाएं
मदहोशी का मज़ा देती है
मैं जहाँ जिस हाल में भी रहूं
हमेशा मुझ पर चढ़ी रहती हैं ।।
@अजय कुमार सिंह