प्यार


आपकी आदत है 

सच को छुपना 

जो बात आपकी 

आँखें बयान करती है 

उससे हट कर 

बात बनाना।।


इंतिज़ार रहता है मुझे

अपने लिए कुछ सुनने का 

आप है की कुछ बोलती नहीं 

माना दुनिया-दारी जरूरी है

मगर इश्क़ की भी कुछ मजबूरियाँ होती है  

लब ख़ामोश होती है 

आँखें कहानी कहती है।।


आपको चाहने की वजह 

एक हो तो बताऊँ 

हर किस्से में आप है 

अगर जो आप कहें

तो विस्तार से सुनाऊं

निराधार नहीं प्यार मेरा 

बस आँखें बंद करो 

और मेरा दीदार करो।।


मौका ही इंसान को 

मसीहा बनता है 

प्यार सोच कर कौन करता है 

यह तो अकस्मात है 

जनाब हो जाता है

मुझे हुआ तो क्या ग़लत हुआ 

ज़माना आशिक बना चाहता है 

यह दीगर बात है 

कोई बताता है 

कोई छुपाता है।।

@अजय 







 

ajaysingh

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